मूंग की नवीनतम किस्म जो किसानो के लिए हो सकती है फायदेमंद| मूंग की किस्म एमएच -1142
ये वैराइटी 65-70 दिवस में पककर तैयार हो जाती है, इस वैराइटी की उत्पादन क्षमता 13 से 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है. इस वैराइटी का बिजाई करने की उपयुक्त अवधि जून जुलाई तक हो सकती है|
एक नवीनतम किस्म जो कि अभी लेटेस्ट में लांच हुई है यह एम एच 1142 यह जो है 2020 की लॉन्च है और यह जो है काफी अच्छी वैरायटी है| अगर हम इसकी मैच्योरिटी की बात करें तो यह करीब 70 दिन में मेच्योर होती है और इसका जो दान होता है वह सेम टू से अगर आपने देखा हो विराट दूसरी स्टाइल में दिखता है थोड़ा बड़ा दान होता है| उसी के साथ अगर हम इसकी ओवर और परफॉर्मेंस की बात करें तो काफी अच्छी पैदावार है 8 से 9 क्विंटल प्रति एकड़ तक की इसकी पैदावार निकल जाती है| इसके अंदर भी येलो गोड (पौधा) नहीं होते हैं, मैं बार-बार येलो गोड (पौधा) का इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि एक बीमारी लगती है हमारे मूंग में, जो की ना तो येलो मोजक होता है, और ना ही कोई दूसरी डिसेस होती है, वह जेनेटिक कैरेक्टर है जिसमें अचानक से पौधा पीला पड़ता है और वो बांज रह जाता है| जिसके अंदर फल फूल नहीं आता और अगर फल फूल आता है तो वह उतना साइज नहीं ले पता यह एक बीमारी है, जिसे मैं कहता हूं कि यह पीलापन आ रहा है और यह एक बहुत डिजास्टर बीमारी है जिसको की सबसे ज्यादा अगर देखा गया है तो पीडीएफ 139 के अंदर देखा गया है, जो की काफी पुरानी वैरायटी है काफी अच्छा परफॉर्म भी करी, छोटा दाना और चमकदार दाना उसका आता है और PDM 139 या फिर सम्राट आप जानते ही होंगे इसके अंदर यह बीमारी ज्यादा आने की वजह से आने की वजह से धीरे-धीरे करके किसान भाई उसे छोड़ रहे हैं | और PDM 149 के साथ यह समस्या आने के कारण में यह कहता हूं कि आप अब इसे लगाना बंद करें| क्योंकि यह काफी पुरानी वैरायटी हो चुकी है| 10 साल से ऊपर इस वैरायटी को हो चुका है इसलिए किसान भाई से सावधानी से बोये, जो लगा रहे हैं वह बार बार उसे देखते रहें|अगर पीले गोड (पौधा) दिखते हैं तो उसे निकाल करके खेत से बाहर फेंक दें|
नई किस्म की खासियत :-
. खरीफ में काश्त की जाने वाली मूंग की इस किस्म की खासियत हैं की इसकी फसल एक साथ पककर तैयार हो जायेगी,
. इस किस्म की फलिया काले रंग की होती हैं,
. इसका बीज मध्यम आकार के हरे और चमकीले होते हैं,
. इस किस्म का पौधा कम फैलावदार , सीधा और सीमित बढ़वार वाला होता हैं,
. फसल की कटाई आसानी से कर सकते हैं,
. भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार 13 से 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर प्राप्त कर सकते हैं,
किस्म नाम :- एमएच -1142
रिलीज का साल :- 2020 (सीवीआरसी)
प्रारंभिक स्थान :- चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय, हिसार
उत्पाद (क्यू/हे) :- 13 से 20
परिपक्वता दिवस :- 65 – 70
किस्म :- काली फली, इसका बीज मध्यम आकार के हरे और चमकीले होते हैं,
बुवाई व मौसम के लिए अनुकूल :-
. बसंत – 15 फरवरी के मौसम के लिए अनुकूल,
. ग्रीष्म – 15 अप्रैल तक
. खरीफ – जून से जुलाई
प्रमुख विशेषताएं :- MYMV के प्रतिरोधी, Cercosphora लीफ स्पॉट और एन्थ्रेक्नोज
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