नमस्कार किसान भाइयों आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है हमारे चैनल स्मार्ट खेती किसानी में आज हम बात करेंगे मूंग की खेती के लिए पहले 20 दिन में हमें क्या-क्या सावधानी रखनी है, साथ मेंबीज दर क्या रखना है क्या खाद प्रबंधन करना है कैसे हमें खरपतवार को रोकना है और किस तरीके से हमें मूंग की एक अच्छी गड़बड़ लेनी है, उसकी ए टू ज डिटेल जानेंगे| तो यह उल्लेख जो है वो आपको पूरा जरूर पढ़ना देखना है|
सबसे पहले शुरुआत कर लेते हैं कि जो मूंग की फसल होती है यह एक अतिरिक्त फसल मानी जाती है गेहूं के बाद, जिन किसान भाइयों के पास पर्याप्त पानी की व्यवस्था होती है वो यह फसल आसानी से ले सकते हैं| कुछ सावधानी रखेंगे तो काफी अच्छी उपज आपको लगभग 9-10 क्विंटल तक आसानी से मिल सकती है| उसके लिए हमें सावधानी रखनी पड़ेगी A टू Z जो भी मैं आपको एक-एक से बताऊंगा|
हमें जो बीज दर है वो क्या रखना है –
सबसे पहले शुरुआत कर लेते हैं कि हमें जो बीज दर है वो क्या रखना है | सभी किसान भाई जो है इस समय सबसे बड़ी चूक यही कर रहे हैं, की जो मूंग का बीज दर है उसे काफी मात्रा में बड़ा रहे हैं| जब भी सीड रेट आपका ज्यादा बढ़ेगा तो आप यह देखेंगे कि आपको लगता होगा कि आप अच्छी उपज की ओर जा रहे हैं| लेकिन सघन्ता होने की वजह से गर्मी ज्यादा होने से पोलिनेशन काम हो जाता है एक दूसरे की हिट बढ़ जाती है जिससे कि अल्टीमेट उपज जो होती है आपकी काम हो जाती है| इस चीज को ध्यान रखते हुए आप बीज दर जो है कम रखें, अगर हम बात करें जिस भी पौधे की हाइट अच्छी आती है अच्छा बिगर बनता है तो उनका आपको 11 से 13 किलो डिपेंड ऑफ मिट्टी, अगर आपकी भारी मिट्टी है तो 11 किलो और आपकी थोड़ी हेवी मिट्टी नहीं होते हुए हल्की मिट्टी है| तो आप 13 किलो बीज दर रख सकते हैं, और जिन किसान भाइयों ने लेट स्विंग करनी है मतलब बिल्कुल आखरी में आ चुके हैं और ऐसा लगता है कि हमारे पास तीन ही पानी बच पाएंगे| तो वो लोग 15 किलो सीट डाल सकते हैं, लेकिन वो उसे कंडीशन में जब वो लेट स्विंग कर रहे होते हैं तब, क्योंकि लेट स्विंग में क्या होता है कि पौधे की एक्सेसिव हाइट नहीं आने के कारण हम क्या करते हैं कि थोड़ी सीट रेट तेज कर देते हैं| जिससे की शॉर्ट हाइट में जल्दी से जल्दी फल लगे हमें यील्ड दे दे| लेकिन यह कंडीशन है कि लेट होने पर ही यह काम करना है, उससे पहले आपको 11 से 13 किलो के बीच में ही सीट रखना है| और उसके साथ स्विंग कर देनी है, जैसे ही आप स्विंग करने आएंगे तो सबसे पहले आपको जरूरत लगेगी एक बहुत अच्छे बीज उपचार की | अगर हम बात करें तो वैसे तो बीज उपचार में हमें सिर्फ इसमें इंसेंटिसाइड की ही जरूरत होती है| काफी किसान भाई मुझे बोलते हैं कि भैया हम इसमें जालोरा डाल रहे हैं या इसमें हम एवर गोल एक्सटेंड डाल रहे हैं या कुछ भी ऐसा फंगीसाइड वाला डाल रहे हैं| लेकिन अगर आप नहीं भी डालेंगे तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन आपको इसमें imidacloprid 70% Wg में जो आता है 35.8% आता है मतलब बहुत प्रकार में आता है 17.5 परसेंट में आता है| इनमें से किसी एक को जरुर डालना है याद रखें कि आपको इंसेंटिसाइड से जरूर ट्रीटेड करना है| उसका कारण यह है, क्योंकि जो पहली ईल इसके अंदर लगती है, जाले वाली ईल जिसे कहा जाता है वह जो है इंसेंटिसाइड ट्रीटेड करने से लगभग 50% तक ऑटोमेटिक कंट्रोल हो जाती है इस कारण से इसमें अगर आप फंगीसाइड से ट्रीटेड ना भी करें तो इंसेंटिसाइड से जरूर ट्रीटेड आपको करना है|
दूसरा आपको ध्यान रखना है खाद्य प्रबंधन –
दूसरा आपको ध्यान रखना है खाद्य प्रबंधन का काफी किसान भाई जो है अभी तक क्या है कि समझ ही नहीं पा रहे हैं कि मूंग को खाद कौन सा ज्यादा जरूरी है| तो मैं आपको धीरे धीरे समझाता हु की जो दलहनी फैसले होती है इसके अंदर सबसे ज्यादा अगर किसी चीज की जरूरत होती है तो वो होती है सल्फर की | दूसरे नंबर पर इन्हे जरुरत होती है कैल्शियम की| मतलब एडिशनल में बात कर रहा हूं, NPK तो जरूरी सभी फसल के लिए है, लेकिन इनमें से जो सबसे ज्यादा हमें दिखता है वो सल्फर कैल्शियम मैग्नीशियम ऐसे तत्वों की ने बहुत ज्यादा जरूरत होती है| इसलिए मैंने एक यूनिवर्सल खाद प्रबंधन बनाया है जिससे कि आप डालने पर कभी भी नुकसान नहीं पाएंगे| तो यह जो खाद प्रबंधन है इसका मैं रेशों आपको बता देता हूं, अगर आप 12:32:16 उपयोग करते हैं जैसे काफी किसान भाई ऐसे होते हैं जो बोलते हैं कि भैया मेरे को मार्केट में 12:32:16 मिल रहा है, तो हम उसके रेशों में क्या डालें| तो आपको क्या करना है कि 5 किलो लेना है सल्फर जो की बेंटोनाइट होता है 90% वाला बेंटोनाइट इसलिए लेना है, क्योंकि गर्मी में इजीली बेंटोनाइट बॉण्ड टूट जाता है| जिससे कि सल्फर धीरे-धीरे मिलता रहता है जिस पाउडर मिल्डू की समस्याएं और आपकी जो इंसेंट है उनकी समस्याएं कम से कम आपके पौधे पर लगती है| उसके साथ आपको लेना है 35 किलो 12:32:16 जो कि आपको सभी को पता होगा NPK आता है 12:32:16 काफी चर्चित है, हर जगह मिल जाता है| 5 किलो आपको लेना है सल्फर 35 किलो लेना है 12:32:16 और इसमें आपको कैल्शियम की पूर्ति करने के लिए 25 किलो SSP दानेदार मिलना है| क्योंकि अगर आप पाउडर वाला मिलेंगे तो क्या होगा कि आपको खेत में डालते समय काफी समस्याएं आएगी| इसमें आप ज़िंक कोटेट, बोर्रान नाइट्रेट भी ले सकते हो| मेरे को उससे कोई प्रॉब्लम नहीं है, लेकिन यह रेशों आपको याद रखना है 5 किलो सल्फर, 35 किलो 12:32:16 और 25 किलो SSP, मतलब सिंगल सुपर फास्फेट, जो भी आपको कंपनी का लेना हो कोई सी भी कंपनी का ले सकते हैं| अगर आप डीएपी के साथ उपयोग कर रहे हैं| मतलब काफी किसान भाई ऐसे हैं कि भैया हम तो डीएपी ही डालेंगे, हमें 12:32:16 का रिजल्ट नहीं मिलता है| उनकी किसान भाइयों के लिए सल्फर जो है वह 5 किलो रहेगा, 26 किलो रहेगा, उनके लिए सिंगल सुपर फास्फेट, 13 किलो आपको डालना पड़ेगा म्यूरेट ऑफ पोटाश जो की 60% में आता है, एक आता है 14.5 परसेंट जिसे ऑर्गेनिक पोटाश कहते हैं| वह पोटाश कुल मिलाकर देखा जाए तो वो फर्जी पोटाश है वो आपको डालने के लिए नहीं है उसका रिजल्ट भी आपको इतना अच्छा नहीं मिलता| अगर आपको डालना है तो जो 60% वाला आता है वह डालना है 13 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश जिसे कहा जाता है MOP ,उसके साथ आपको डालना है 26 किलो डीएपी इसका डोज आपको मैं एक बार फिर रिपीट कर देता हूं| 5 किलो सल्फर, 26 किलो डीएपी, 13 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश और 26 किलो एस एस पी, एस एस पी, इसलिए डालना है क्योंकि हमें कैल्शियम की पूर्ति भी करनी है, काफी किसान भाई जो है उनकी जमीनों में कैल्शियम की कमी होने की वजह से मिट्टी में पोरेस्स सिटी, मतलब जो जड़ चलने की जो क्षमता होती है वह काम हो जाती है खासकर काली मिट्टी में यह समस्या आती है जिससे कि मूंग की हाइट जो है वह ज्यादा बढ़ नहीं पाती,और उनको आखिर में दिक्कत आती है तो उसे चीज को भी यह दूर कर देगा और काफी अच्छी आपकी हाइट आ जाएगी |
अब इसके बाद आपको क्या करना है कि जैसे ही आप यह सब चीज करेंगे आप बीज उपचार कर लेंगे आप खाद मिल लेंगे, तो आप बोनी करेंगे, आप जैसे ही बोनी करेंगे, तुरंत बाद मतलब बोनी आपकी हुई, बोनी की गहराई आपको एक से दो इंच रखनी है, बहुत ज्यादा गहरे में मूंग को नहीं डालना है| क्योंकि जल्दी ही ऊपर से पानी सूख जाता है, तो आपका जो पौधा है वह जर्मिनेट नहीं हो पाएगा और ऊपर बाहर नहीं निकल पाएगा| इसलिए जो हाइट मतलब जो बोनी की गहराई है वो एक से दो इंच ही रखनी है| अब जैसी आपकी बुवाई हो जाएगी उसके बाद, अगर आपके यहां पर नुकसान नहीं होता दिखाई देता है तो आप क्या कर सकते हैं 1 लीटर प्रति एकड़ के हिसाब से बेलर 32 डाल सकते हैं| उसको आपको कैसे डालना है कि तुरंत आपकी बुवाई हुई, उसके बाद आपको अपनी लेना है पानी में 200 लीटर पानी के साथ 1 लीटर बेलर 32 प्रति एकड़ के हिसाब से डाल देना है| अगर आपके साथ ऐसा होता है कि नहीं यार मेरे को अगली फसल पर बेलर 32 से बहुत ज्यादा नुकसान होता है| मेरी अगली फसल पैदा नहीं होती, तो आप क्या कर सकते हैं कि फ्यूजीफ्लेक्स, पटेला या आइरिस कुछ भी डाल सकते है | उसकी कंडीशन यह है कि आपको जैसे ही पौधे 8 दिन के हो जाए मतलब उंगे और 8 दिन की हो जाए, जिसमें हम पहले स्प्रे डालेंगे,उसे स्प्रे के साथ आपको फ्यूजीफ्लेक्स, पटेला या आइरिस डालनी ही है| फ्यूजीफ्लेक्स पटेला या आइरिस इसके साथ एक ही समस्या है, कि उन्हें आप बिल्कुल छोटे पौधों पर डालेंगे तो वो रिजल्ट देंगे और अगर कभी आपने बड़ा पौधा कर लिया या उसका बिगर बढ़ा लिया, उसके बाद आप पटेला या आइरिस या फ्यूजीफ्लेक्स डालने की कोशिश करेंगे, तो आपको रिजल्ट नहीं मिलेगा| तो इस चीज को भी आपको ध्यान रखना है|
तीसरा पॉइंट आपको यह याद रखना है कि आठवें दिन आपको दवाई डालनी ही है| जैसे ही पौधा उगता है मतलब आज से आपको उँगना दिखाना स्टार्ट हुआ आपको आज से पौधा देखना स्टार्ट हुआ तो आप उसे एक दिन अकाउंट करेंगे, मतलब वह आपका पहला दिन हुआ| उस दिन से लेकर आठवें दिन तक की गिनती गिनेंगे मतलब पहले दिन, दूसरा दिन, तीसरा दिन, चौथा दिन, पांचवा दिन, छटा दिन, सातवां दिन, आठवां दिन, जो आठवां दिन है उस दिन आपको दवाई डालनी है उसमें इंसेंटिसाइड आपको मस्ट भी डालना है क्योंकि इसके अंदर एक ही लगती है जिसे जाले वाली ईल कहा जाता है| अगर उसने वो जाला बना लिया तो आपका जो मूंग है वो 15 दिन लेट हो जाएगा| इस चीज को सावधानी रखकर आपको डालना है, तो इसकी जो उल्लेख है मैं आपको अगले आठवें दिन डालूगा, कि उसमें केमिकल आपको क्या डालना है क्योंकि टेंपरेचर के हिसाब से केमिकल में वेरिएशन आ सकता है |
एक बात आपको जो ध्यान देने वाली है जो कि मैं आपको हर उल्लेख में यही कहूंगा| कि पहले पानी जो है वो 21 दिन से पहले ना दे, ये चीज को आपको ध्यान रखना इसलिए है क्योंकि अगर यह नहीं करी आपने तो आपको जो है नुकसान ज्यादा भुगतना पड़ जाएगा| मतलब आपने जिस दिन बोनी करी और पानी फेर दिया, जिस दिन आपका पानी खत्म हुआ उसे दिन से आपको 21 दिन तक इंतजार करना है| अब काफी किसान भाई बोलेंगे कि हमारे मूंग तो सूख जाएंगे, या हमारे मूंग में टांके पड़ जाएंगे| तो मैं आपको बोलता हूं लिखित में आपको देता हूं कि अगर आपको 21 दिन में कोई भी समस्या आए तो आप मेरी चैनल पर कमेंट करें कि भाई साहब आपने जो सलाह दी वह गलत है, आप जो कह रहे हैं वह गलत है, तो मैं आपको अगली बार से मूंग पर उल्लेख बनाना छोड़ दूंगा| क्योंकि मेरा यह ओपन चैलेंज है अगर आप 21 दिन से पहले पानी देंगे तो आप एवरेज नहीं निकाल सकते और अगर 21 दिन बाद देंगे तो मेरे जितना मूंग निकलता है, उतना आप आराम से निकाल सकेंगे| और आप भी कहेंगे की सबसे इफेक्टिव रिजल्ट इसी चीज का हैं| इसलिए इसको ध्यान रखें, की ऊंगने के 21 दिन मतलब अगर आप पानी लगाए हो जिस दिन से,उसे दिन से 21 दिन गिन कर अगर आप नहीं डालते हैं तो आपको नुकसान भुगतने को मिलता है| इस चीज को ध्यान रखते हुए आप एक बार एक खेत में मेरा ट्रायल ले पहले 21 दिन पानी न दे| फिर आप रिजल्ट इसका देखिएगा, तो यह सब कुछ है पहले 20 से 21 दिन तक की उल्लेख में, जिसका अभी आठवें दिन का जो सेगमेंट है मतलब उगने से आठवें दिन का वह हम नहीं बता पाएंगे| कि यह उल्लेख बहुत लंबी बन जाएगी, उसमें मैं आपको डिटेल दूंगा कि कैसे हम अगर बेलर 32 डालना चक चुके हैं| और चारा बहुत ज्यादा उंग चुका है, तो उसे कंट्रोल करें साथ ही साथ हम कौन से इंसेंटिसाइड डालें जिससे कि वो जो ईल होती है, जो घेरा बनाती है, या जाला बनाती है, उसे आसानी से कंट्रोल कर सके| बाकी उल्लेख को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद
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