आप जानेंगे कि किसानों को मूंग की अच्छी पैदावार लेने (Moong Crop) के लिए कौन सी दवा स्प्रे करनी चाहिए।
सबसे पहले शुरुआत कर लेते हैं कि जो मूंग की फसल होती है यह एक अतिरिक्त फसल मानी जाती है गेहूं के बाद, जिन किसान भाइयों के पास पर्याप्त पानी की व्यवस्था होती है वो यह फसल आसानी से ले सकते हैं| कुछ सावधानी रखेंगे तो काफी अच्छी उपज आपको लगभग 9-10 क्विंटल तक आसानी से मिल सकती है| उसके लिए हमें सावधानी रखनी पड़ेगी A टू Z जो भी मैं आपको एक-एक से बताऊंगा|
यदि आप भी मूंग की खेती करते हैं, तो यह अच्छी खबर है। हम आपको बताएंगे कि मूंग की फसल में इल्ली, माहू, मच्छर और ग्रोथ के लिए कौन सी दवा डालनी चाहिए और कितनी मात्रा में डालनी चाहिए। आइए पूरी जानकारी प्राप्त करें।
मूंग की बुवाई का समय, बीज की मात्रा –
सबसे पहले शुरुआत कर लेते हैं कि हमें जो बीज दर है वो क्या रखना है | सभी किसान भाई जो है इस समय सबसे बड़ी चूक यही कर रहे हैं, की जो मूंग का बीज दर है उसे काफी मात्रा में बड़ा रहे हैं| जब भी सीड रेट आपका ज्यादा बढ़ेगा तो आप यह देखेंगे कि आपको लगता होगा कि आप अच्छी उपज की ओर जा रहे हैं| लेकिन सघन्ता होने की वजह से गर्मी ज्यादा होने से पोलिनेशन काम हो जाता है एक दूसरे की हिट बढ़ जाती है जिससे कि अल्टीमेट उपज जो होती है आपकी काम हो जाती है| इस चीज को ध्यान रखते हुए आप बीज दर जो है कम रखें, अगर हम बात करें जिस भी पौधे की हाइट अच्छी आती है अच्छा बिगर बनता है तो उनका आपको 11 से 13 किलो डिपेंड ऑफ मिट्टी, अगर आपकी भारी मिट्टी है तो 11 किलो और आपकी थोड़ी हेवी मिट्टी नहीं होते हुए हल्की मिट्टी है| तो आप 13 किलो बीज दर रख सकते हैं, और जिन किसान भाइयों ने लेट स्विंग करनी है मतलब बिल्कुल आखरी में आ चुके हैं और ऐसा लगता है कि हमारे पास तीन ही पानी बच पाएंगे| तो वो लोग 15 किलो सीट डाल सकते हैं, लेकिन वो उसे कंडीशन में जब वो लेट स्विंग कर रहे होते हैं तब, क्योंकि लेट स्विंग में क्या होता है कि पौधे की एक्सेसिव हाइट नहीं आने के कारण हम क्या करते हैं कि थोड़ी सीट रेट तेज कर देते हैं| जिससे की शॉर्ट हाइट में जल्दी से जल्दी फल लगे हमें यील्ड दे दे| लेकिन यह कंडीशन है कि लेट होने पर ही यह काम करना है, उससे पहले आपको 11 से 13 किलो के बीच में ही सीट रखना है| और उसके साथ स्विंग कर देनी है, जैसे ही आप स्विंग करने आएंगे तो सबसे पहले आपको जरूरत लगेगी एक बहुत अच्छे बीज उपचार की | अगर हम बात करें तो वैसे तो बीज उपचार में हमें सिर्फ इसमें इंसेंटिसाइड की ही जरूरत होती है| काफी किसान भाई मुझे बोलते हैं कि भैया हम इसमें जालोरा डाल रहे हैं या इसमें हम एवर गोल एक्सटेंड डाल रहे हैं या कुछ भी ऐसा फंगीसाइड वाला डाल रहे हैं| लेकिन अगर आप नहीं भी डालेंगे तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन आपको इसमें imidacloprid 70% Wg में जो आता है 35.8% आता है मतलब बहुत प्रकार में आता है 17.5 परसेंट में आता है| इनमें से किसी एक को जरुर डालना है याद रखें कि आपको इंसेंटिसाइड से जरूर ट्रीटेड करना है| उसका कारण यह है, क्योंकि जो पहली ईल इसके अंदर लगती है, जाले वाली ईल जिसे कहा जाता है वह जो है इंसेंटिसाइड ट्रीटेड करने से लगभग 50% तक ऑटोमेटिक कंट्रोल हो जाती है इस कारण से इसमें अगर आप फंगीसाइड से ट्रीटेड ना भी करें तो इंसेंटिसाइड से जरूर ट्रीटेड आपको करना है|
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1. पहली स्प्रे बुवाई के आठवें दिन बाद करें –
आपको आठवें दिन का क्यों बोल रहा हु क्यों की उस समय पर हमारे मूंग की फसल में मारुका इल्ली का आटेक रहता है, जैसे की अपने देखा होगा पौधे के ऊपर पत्तो के बिच में जाला बनाकर उसमे अण्डे देकर हमारी मूंग की फसल को काफी ज्याद मात्रा में नुकसान पहुँचती है| तो उसे कंट्रोल करने की लिए आपको स्प्रे करना बहुत जरुरी है अगर अपने समय रहते इसे कण्ट्रोल कर लिया तो सही रहेगा, नहीं तो आपकी मूंग फसल लगभग 15 दिन लेट हो जाएगी| अब इस कौन सी दवाइयों से कण्ट्रोल करे| तो इसका वीडियो मेने बना रखा है आप देख सकते हो|
2. दूसरे स्प्रे बुबाई के 18 दिन बाद करें –
किसान भाइयो जब आप दूसरा स्प्रे करेंगे तो उसमे आपको देखने को मिलेगा फसल पर सबसे ज्याद सफ़ेद मक्खी जो की फसल को ज्याद नुकसान पूछती है उसके लिए आपको थियामेथोक्सम जो होता है उस्ले लेना है, वह काफी अच्छा जो होता है मक्खियों को करने के लिए होता है उसी के साथ कुछ वीडियो के ऊपर भी है काफी अच्छा मतलब अटैक करता है उसी के साथ अगर देखा जाए तो सफेद मक्खी और जो हरि मक्खी होती है जो कि हमारी सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचती है दूसरे पानी में काफी अच्छा तरीके से निपटा था उसी के साथ अगर देखा जाए तो ग्रसशॉपर जितने भी होते हैं जो कि इस टाइम हमारी फसल का रस चूज कर उसे कोड़ा लगा देते हैं तो उसे चीज से हमें मुक्ति मिलती है तीन चीजों के कारण मैंने इसमें 100 ग्राम प्रति एकड़ थियामेथोक्सम लिया है और साथ में कोराजन लेना है जो की इल्लियों को कण्ट्रोल करेगा|
3. तीसरा स्प्रे बुवाई के 30 वें दिन बाद करें-
किसानों को मूंग की फसल में तीसरा स्प्रे बुवाई के 30 – 35 वें दिन बाद करें। किसान साथी अपनी मूंग की फसल (Moong Crop) में इल्लीमार के लिए तीसरा स्प्रे में आपको ध्यान रखना होगा क्यों की तीसरा स्प्रे लगभग 30 – 35 में होता है तो उस समय मूंग की फसल में फुल आना चालू हो जाते है और उस समय पर इल्लियों का अटेक भी ज्याद रहता है मरुका जो इल्ली होती है उस समय पर ज्याद नुकसान पहुँचती है तो उसे कंडीशन में आपको थोड़ी हेवी दवाइयों को डालना चाहिए जैसे की आप डाल सकते हो | फूल के समय पर Emamectin benzoate 50 ग्राम प्रति एकड़ आप कोई सी भी कंपनी का ले सकते हो, और उसके साथ में आप बयार का सोलोमन को लेना है और जो मरुका इल्ली होती है उसके लिए आप (Cartap Hydrochloride 50 % SP) को लेना है इसका डोज़ 400 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
आवश्यक सूचना : रासायनिक दवाइयों के इस्तेमाल से पहले किसान साथी अपने नजदीकी कृषि विशेषज्ञों से अवश्य चर्चा कर ले।
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