नमस्कार किसान भाइयों स्वागत है एक बार फिर से हमारे लेख में,आज के इस उल्लेख के माध्यम से हम बात करने वाले हैं, (Soybean Ki New Kism) सोयाबीन के नई किस्म के बारे में जिसका नाम है NRC157 यह बहुत अच्छी किस्म है| इसके बारे में पूरी डिटेल में बात करेंगे, तो सबसे पहले हम बात करें| भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान इंदौर में कृषि वैज्ञानिकों के दुवारा कड़ी महेनत के बाद उपस्थित की है। तो यह आईसीएआर भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्था इंदौर द्वारा यह एनआरसी 157 किस्म को विकसित किया गया है| और राज्य सरकार की अनुशंसा प्राप्त हुई है, और सोयाबीन पर अनुसंधान एवं विकास कार्यों के लिए आईसीएआर भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्था इंदौर द्वारा पिछले कई वर्षों से लगातार नवीनतन किस्म को विकसित किया गया है| (Soybean Ki New Kism) इसके लगातार प्रयासों से संस्था में सोयाबीन की तीन किस्म निकली है, जिसमें से पहले किस्म है एनआरसी157 दूसरे नंबर पर है एनआरसी 131 और तीसरे नंबर पर है एनआरसी 136,को विकसित की हैं, इन किस्म को भारतीय अनुसंधान संस्थान इंदौर द्वारा मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है| (Soybean Ki New Kism)
ताकि किसानो को सॉयबैंकि खेती से अधिक पैदावार मिल सके, और सोयाबीन कि फसल में जो लगने वाले रोग और कीटो से छुटकारा मिले, इसके लिए नई नई खोज कर कृषि वैज्ञानिकों निरंतर अनुसंधान में काम कर रहे है।(Soybean Ki New Kism) आज के इस आर्टिकल में हम आपको यही बताने वाले हैं, जानने वाले हैं कि सोयाबीन के लिए तीन नए किस्मो में क्या खासियत है, या क्या खास बात है, उसके लिए आप यह आर्टिकल को अंत तक जरूर पड़े | (Soybean Ki New Kism)
आज के इस smartkhetikisani.com के इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की NRC सोयाबीन की नवीनतम 3 किस्म कौन कौन सी है, और इन किस्मों की खासियत क्या है,इन सभी मुद्दों के लिए आप इस लेख के अंत तक हमारे साथ बने रहे।
सोयाबीन की नई किस्में (Soybean Ki New Kism)
Soybean Ki New Kism) अब अगर हम बात करें तो आमतौर पर सोयाबीन की कई विविध किस्म है, और निकल गई है पर यहां पर हम आपको तीन किस्म के बारे में बताने वाले हैं, जो की बहुत खास है इन तीन किस्म में क्या रोग सामने आते हैं, और इसमें क्या सहनशील करने की शक्ति है| इसके लिए सोयाबीन की यह तीनों किस में किसानों को कितना मुनाफा दे सकती है| और इसकी क्या उत्पादन रहता है, क्योंकि इस सोयाबीन की नई किस में बहुत कम यानी की ना के बराबर रोग लगते हैं| और इसका उत्पादन जो है वह अधिक बताया गया है सरकार के द्वारा, तो क्या वास्तव में सही है | (Soybean Ki New Kism)
सोयाबीन NRC 157 किस्म : (Soybean Ki New Kism)
(Soybean Ki New Kism) कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर संजय गुप्ता ने बताया कि एनआरसी 157 यह एक मध्य अवधि वाली किस्म है मतलब कि यह आपको 94 दिन में पककर तैयार हो जाएगी, अब अगर हम इसकी औसत उत्पादन की बात करें, कि प्रति हेक्टेयर कितना उत्पादन देती है| वैज्ञानिकों द्वारा बताया गया की इसकी जो औसत उत्पादन है, वह 16.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हैं| और इसमें कौन-कौन सी बीमारियों के प्रति प्रतिरोधी है, मतलब कौन-कौन सी बीमारियों को सहन कर सकती हैं, तो इसके अंदर अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट, बैक्टीरियल पस्ट्यूल और टारगेट लीफ स्पॉट जैसी बीमारियों के लिए मध्यम रूप से प्रतिरोधी है।और इस वैरायटी की एक और खासियत है अगर आप इसे लेट बीजाई करते हो, (मतलब की 20 जुलाई तक) तो भी यह एनआरसी 157 उपयुक्त है| और इसमें उपज का नुकसान बहुत कम है| (Soybean Ki New Kism)
इन दोनों किस्म के साथ एक और किस्म विकसित की गई है, जिसका नाम है एनआरसी 136, यह किस्म बहुत अच्छी किस्म है, अगर हम बात करें तो यह जो है एनआरसी 136 जो कि देश के पूर्वी क्षेत्र के लिए अधिसूचित हो चुकी है| मतलब आप इसे लगा सकते हैं| इस किस्म को भी इस साल मध्य प्रदेश में खेती के लिए जारी किया जा चुका है, इस किस्म के जो वैज्ञानिक डॉक्टर ज्ञानेंद्र कुमार सातपुते हैं, उन्होंने यह बताया है कि यह जो किस्म है लगभग 105 दिन में पककर तैयार हो जाती है| और इसकी जो औसत उत्पादन है वह बताई जा रही है 17 क्विंटल प्रति हेक्टेयर इसकी औसत उत्पादन है| एनआरसी 136 एमवाईएमवी (मूंगबीन येलो मोजेक वायरस) के प्रति मध्य रूप से प्रतिरोधी है और यह भारत की पहली सूखा-सहिष्णु किस्म है।
Related Posts
सोयाबीन की 3 नई किस्मे की करे बीजाई, अधिक पैदावार की फुल गारंटी वो भी काम समय में,
/*! elementor - v3.18.0 - 08-12-2023 */ .elementor-widget-image{text-align:center}.elementor-widget-image...
सोयाबीन NCR वैराइटी की 3 नवीनतम किस्में विकसित की है, जो रोगप्रतिरोधक और कम समय अवधि की है | (Soybean Ki New Kism)
सोयाबीन NCR वैराइटी की 3 नवीनतम किस्में विकसित की है, जो रोगप्रतिरोधक और कम समय अवधि की है | (Soybean Ki New Kism)किसान भाइयो नमस्कार,आज हम...